बीआईए में माननीया केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आगमन

बीआईए में माननीया केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी का हमलोगों को स्वागत एवं अभिनन्दन करने का अवसर मिला। माननीया केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण 21 मई, 2024 को राज्य के भ्रमण के दौरान उद्यमियों से वार्त्ता करने बीआईए पहुँची।
अध्यक्ष श्री केपीएस केशरी सहित पूर्व अध्यक्ष श्री अरूण अग्रवाल व श्री रामलाल खेतान, उपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र कुमार, श्री आशीष रोहतगी, महासचिव श्री गौरव साह व कोषाध्यक्ष श्री मनीष कुमार व बिहार राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजू गुप्ता ने माननीया केन्द्रीय मंत्री का स्वागत किया तथा उपाध्यक्ष श्री प्रेम नारायण प्रसाद ने बुनकर सेवा समिति के अध्यक्ष की हैसियत से चरखा भेंट किया।
पूर्व उपाध्यक्ष व बीआईए की सरकारी नीति पहल समिति के चेयरमैन श्री संजय गोयनका ने बीआईए की ओर से सदस्यों द्वारा राज्य की आर्थिक विकास एवं औद्योगिकरण से संबंधित सुझाव एवं मुद्दों के आधार पर संकलित ज्ञापन को माननीया वित्त मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया।
माननीया केन्द्रीय मंत्री के साथ मंगलदोइ, असम के सांसद श्री दिलीप सैकिया, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्री ऋतुराज सिन्हा, श्री सुरेश रूंगटा, श्री राजू गुप्ता व श्री मुकेश नंदन भी उपस्थित थे। सीआईएमपी के निदेशक श्री राणा सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष श्री रमेश चन्द्र गुप्ता, श्री जीपी सिंह, श्री ओपी सिंह, श्री संजय भरतीया, वेंचरपार्क के श्री सुबोध कुमार सहित बीआईए व अन्य प्रमुख संस्थानों के अधिकारीगण व सदस्यगण उपस्थित थे।
महासचिव श्री गौरव साह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्री महेश जालान ने किया।
इस अवसर पर राज्य के आर्थिक औद्योगिक स्थिति का विस्तृत विवरण रखते हुए हमने राज्य के औद्योगिक विकास तथा औद्योगीकरण पर एक विस्तृत ज्ञापन भी रखा। हमने विकास के पैमाने पर देश में कायम क्षेत्रीय विषमता को दूर करने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि राज्य का विकास न केवल राज्य हित, बल्कि देश के समावेशी विकास के लिए भी आवश्यक है। माननीया मंत्री महोदया ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में औद्योगीकरण के लिए स्थानीय लोगों को आगे आना होगा, उन्हें ही बाहर के निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए विश्वास दिलाना होगा। राज्य के उद्यमी अपने स्तर से राज्य में निवेश के लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार से बात करे। माननीय महोदया का सोच एवं चिन्तन एक तरह से हमारे सोच एवं चिन्तन को समर्थन करता है जिसकी चर्चा हमलोग हमेशा करते रहे हैं – ‘‘स्थानीय निवेशक ही राज्य में बाहरी निवेश के लिए राजदूत बन सकते हैं।’’ उनके द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि एसोसिएशन द्वारा दिए गये ज्ञापन को सम्बन्धित विभाग को विचारार्थ अग्रसारित किया जायेगा।